
डोनाल्ड ट्रंप की हत्या करने की कोशिश में था ईरान? अमेरिकी न्याय विभाग का बड़ा दवा- एफ बी आई ने नाकाम की साजिश
मैनहट्टन की संगी अदालत में दायर आपराधिक शिकायत में बताया गया है कि ईरान की पैरामिलिट्री रिवॉल्यूशनरी गार्ड के एक अधिकारी ने सितंबर में एक भाड़े के हत्यारे को ट्रंप पर नजर रखने और मौका मिलते ही उन्हें मारने का निर्देश दिया था।
राष्ट्रपति चुनाव से पहले डोनाल्ड ट्रंप को जान से मारने की ईरानी साजिश को एफबीआई ने विफल कर दिया है यह खुलासा शुक्रवार को अमेरिकी न्याय विभाग ने किया फेडरल ब्यूरो आफ इन्वेस्टिगेशन ने इस्लामी रिवॉल्यूशनरी गार्ड के (आई आर जी सी)के सहयोगी फरहाद शकेरी, कार्लिसले रिवेरा और जोनाथन लोड होल्ट पर मामला दर्ज किया है।
संघीय अदालत में दायर आपराधिक शिकायत में बताया गया कि ईरान के पैरामिलिट्री रिवॉल्यूशनरी गार्ड के एक अधिकारी ने सितंबर में एक भाड़े के हत्यारे फरजाद शकेरी को ट्रंप पर नजर रखने और मौका मिलते ही उन्हें जान से मारनेका निर्देश दिया था। इसके लिए उसे5 लाख डॉलर की पेशकश की गई थी। शिकायत में कहा गया है कि अधिकारी ने शकेरी से यह भी कहा था कि यदि वह ऐसा न कर पाए तो वह राष्ट्रपति चुनाव तक रुक जाए, क्योंकि अधिकारी का मानना था कि ट्रंप चुनाव हार जाएंगे और तब उनकी हत्या करना आसान होगा।
7 दिन के अंदर हत्या की साजिश को अंजाम देने के थे निर्देश
शकेरी ने एफ बी आई को पूछताछ में बताया कि रिवॉल्यूशनरी गार्ड के अधिकारी ने उसे सात दिन के भीतर हत्या की साजिश को अंजाम देने के लिए कहा था लेकिन वह साजिश को अंजाम तक नहीं पहुंचा पाया। अमेरिकी न्याय विभाग ने बताया की साजिश में एक ईरानी और दो अमेरिकी नागरिक शामिल थे। दोनों अमेरिकी नागरिकों को बृहस्पतिवार को न्यूयॉर्क के ब्रुकलिन और स्टेटन द्बीप से गिरफ्तार किया गया।
ट्रंप को मारने की ईरानी साजिश के बारे में सितंबर में पता चला
ईरानी साजिश के बारे में सितंबर में बताया था ऐसा माना जाता है कि राष्ट्रीय खुफिया निदेशक के कार्यालय की ब्रीफिंग रिपब्लिकन के तत्कालीन राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार के खिलाफ दो असफल घरेलू हत्या की प्रयासों से संबंधित एक योजना पर केंद्रित थी यह उन रिपोर्ट के बीच आई थी जिसमें कहा गया था कि ईरान ट्रंप के अभियान के खिलाफ है करने की एक सतत कार्रवाई कर रहा है।
13 जुलाई को ट्रंप की रैली के दौरान हुई थी फायरिंग
ट्रंप 13 जुलाई को पेंसिल्वेनिया के बटलर शहर में चुनावी रैली के दौरान फायरिंग हुई थी, इसमें एक गोली उनके कान को छूते हुए निकल गई थी। इस घटना के करीब 64 दिन बाद एक बार फिर से उन पर जानलेवा हमले की कोशिश हुई थी। उस वक्त ट्रंप फ्लोरिडा में पाम बीच काउंटी के इंटरनेशनल गोल्फ क्लब में मौजूद थे।