
कनाडा ने बंद की लोकप्रिय छात्र वीजा स्कीम| भारत में चल रहे कूटनीतिक विवाद के बीच कनाडा सरकार ने टूरिस्ट वीजा पर शक्ति के बाद अब फास्ट ट्रैक स्टडी वीमा स्कीम (एसडीएस )को तत्काल प्रभाव से समाप्त कर दिया है ।भारत सहित 14 देश के विद्यार्थी इस स्कीम से लाभान्वित हो रहे थे। कनाडा सरकार का कहना है कि हम दुनिया के सभी छात्रों को समान अवसर प्रदान करना चाहते हैं ।इसलिए कुछ देशों के लिए शुरू हुई स्टूडेंट डायरेक्ट स्ट्रीम (एसडीएस) को बंद करने का निर्णय लिया गया है ।अब दुनिया भर के सभी छात्र समान रूप से स्टूडेंट वीजा के लिए आवेदन कर सकते हैं। कनाडा के फैसले का सबसे ज्यादा असर भारतीय छात्रों पर ही पड़ने की संभावना है। कनाडा भारतीय छात्रों का पसंदीदा देश रहा है।
इससे पहले कनाडा सरकार की ओर से विजिटर वीजा में सख्ती की गई है। अब 6 महीने के बजाए एक महीने में ही वहां से लौटना होगा ।यही नहीं अगर किसी को दोबारा कनाडा जाना है तो हर बार वीजा के लिए नए सिरे से आवेदन करना होगा ।कनाडा की ओर से पहले 10 वर्ष का विजिटर वीजा दिया जाता था और वहां पर व्यक्ति 6 महीने तक रह सकता था। इसका सबसे ज्यादा असर भी भारतीयों पर पड़ेगा ,खासकर पंजाब के लोगों पर ।पंजाब से ही हर वर्ष करीब 6 लाख लोग विजिटर विजा पर कनाडा जाते हैं।
स्टूडेंट डायरेक्ट स्ट्रीम (एसडीएस) के तहत आवेदन करने वाले छात्रों के लिए इस योजना के तहत वीजा मिलने में बेहद कम समय लगता था और इसकी स्वीकृति दर भी अधिक थी ।सितंबर में प्रधानमंत्री जस्टिस ट्रूडो ने एक्स पर घोषणा की थी कि हम इस वर्ष 35% कम अंतरराष्ट्रीय छात्र परमिट दे रहे हैं। अगले साल इस संख्या में 10% की और कटौती की जाएगी। कनाडा सरकार द्वारा अस्थाई निवासियों की संख्या कम करने के मसले पर उन्होंने पोस्ट में कहा- इमिग्रेशन हमारी अर्थव्यवस्था के लिए लाभदायक जरूर है, लेकिन जब बुरे लोग सिस्टम का दुरुपयोग करते हैं और छात्रों का फायदा उठाते हैं तो हम कार्रवाई करते हैं। उधर कनाडा में भारतीय उच्चायोग के अनुसार भारत विदेशी छात्रों का सबसे बड़ा स्रोत देश है ।करीब 4.27लाख भारतीय छात्र कनाडा में पढ़ रहे हैं।
प्रवासी छात्रों को त्वरित रूप से वीजा देने के लिए कनाडा सरकार ने 2018 में यह स्कीम शुरू की थी। इसके तहत भारत के अलावा एंटीगुआ और बारमूडा, ब्राजील ,चीन ,कोलंबिया ,कोस्टा रिका, मोरक्को, पाकिस्तान, पेरु ,फिलिपींस, सेनेगल, सेंट विंसेंट और ग्रेनेनडाइंस, त्रिनिदाद और टोबैगो और वियतनाम के विद्यार्थियों को त्वरित प्रभाव से छात्र वीजा मुहैया कराया जा रहा था ।यही नहीं, कनाडा सरकार ने नाइजीरिया के छात्रों को नाइजीरिया स्टूडेंट एक्सप्रेस योजना को भी शुक्रवार को खत्म कर दिया। मूविंग टू कनाडा पोर्टल ने कहा कि एसडीएस के तहत भारतीय छात्रों केआवेदन 20 दिनों के भीतर फाइनल कर दिए जाते थे ।अब इसमें 8 सप्ताह लग सकते हैं।