
अमेरिका के निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चुनाव प्रचार के दौरान कहा था कि वह रूस यूक्रेन का युद्ध खत्म करवाएंगे। अब जबकि जनवरी 2025 में उनका राष्ट्रपति बनना तय हो गया है तब उन्होंने पद संभालने से पहले ही युद्ध रुकवाने की तैयारी शुरू कर दी हैं। चुनाव परिणाम आने के बाद महज 4 दिनों के भीतर यूक्रेन युद्ध रुकवाने की ट्रंप योजना का संभावित खाका सामने आया है ।इसमें दोनों देशों की सेनाओं के बीच 800 मिल का बफर जोन बनाने की बात कही गई है। इस बफर जोन में ब्रिटेन और यूरोपीय संघ के देशों के सैनिकों की तैनाती होगी। यूक्रेन को 20 वर्षों के लिए अमेरिका के नेतृत्व वाले सैनिक संगठन नाटो में शामिल होने की इच्छा छोड़ने होगी। लेकिन ट्रंप की योजना में रूस के कब्जे में गई यूक्रेन की करीब 20% भूमि का कोई जिक्र नहीं है।

द टेलीग्राफ और वॉल स्ट्रीट जर्नल में प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार यूक्रेन युद्ध खत्म करने के लिए ट्रंप ने चर्चा शुरू कर दी है। रूस और यूक्रेन की सेनाओं की तैनाती के बीच बफर जोन बनाने की ट्रंप की योजना के अतिरिक्त यूक्रेन को आगामी 20 वर्षों तक नाटो में शामिल नहीं किया जाएगा ।लेकिन इस दौरान अमेरिका उसे हथियारों की आपूर्ति जारी रखेगा और उसकी सेना के प्रशिक्षण में मदद देगा। जिससे यूक्रेन खुद ही मजबूत हो सके। ट्रंप के नजदीकी लोगों के मुताबिक जो योजना तैयार हुई है उसमें 800 मिल के बफर जोन में तैनाती और गस्त के लिए अमेरिका अपना कोई सैनिक नहीं भेजेगा न हीं वहां की गतिविधियों के लिए कोई आर्थिक सहायता देगा ।वहां पर ब्रिटेन और यूरोपीय संघ के देशों को अपने सैनिक तैनात करने होंगे। जबकि ब्रिटेन ,फ्रांस और जर्मनी को बफर जोन की आर्थिक जिम्मेदारियां संभालनी होगी।
अमेरिका का उद्देश्य यूक्रेन में शांति स्थापित करना:
डोनाल्ड ट्रंप की यूक्रेन अभियान से जुड़े ब्रायन लांजा ने कहा है कि हमारा उद्देश्य यूक्रेन में युद्ध रुकवा कर शांति स्थापित करना है। रुस से यूक्रेन की भूमि वापस दिलवाना नहीं है ।लांजा ने यह बात बीबीसी से इंटरव्यू में कही है। इस बीच ट्रंप की टीम के प्रवक्ता ने लांजा के बयान से दूरी बना ली है। कहा है कि इसे निर्वाचित राष्ट्रपति की सोच नहीं माना जाना चाहिए।